Wednesday, May 29, 2013

WeChat the new way to connect


"वी चाट विथ एनीवन,एनीवेयर !"
 



मैंने अभी हाल ही में अपने नए स्मार्ट फ़ोन पर WeChat इनस्टॉल किया और घुमते घुमते आगरा पंहुचा ताजमहल देखने के लिए। मैं ताजमहल की खूबसूरती देख ही रहा था की एक मुम्बैया आशिक से मैं टकरा गया। 
 
क्या हुआ भीडू? देख कर चलने का अपुन का भेजा घुमेला है, क्या .........!!?
 
मैंने कहा, आई ऍम सॉरी, भैया!

राजा : भैया नहीं बोलने का अपुन को, राजा नाम है अपुन का। धारावी में जाकर पुछेन्गा तो लोग सीधा तेरे को बतायेंगा राजा भाई क्या चीज है।
 
आपका मूड बहुत खराब लग रहा है क्या बात है ?
 
राजा :अरे बोल मत भीडू इस ताज ने अपुन के लाइफ में वाट लगा दी है। अपुन अपने गर्ल फ्रेंड के साथ यहाँ घुमने आएला था। वो बोली तुम मुझसे कितना प्यार करते हो? मैंने भी बोल डाला बहुत करता हूँ तो बोली की मेरे वास्ते भी ताजमहल बनवाओगे? अपुन बोला फालतू का मगज नहीं खाने का, प्यार करता हूँ तेरे से ये साबित करने के लिया ताज बनवाना पडेगा! अरे अपुन का तो एक रूम के खोली के लिए भी बांदा पडेला है। बस मेरे पर बिगड़ पड़ी और चली गयी।
 
मैंने कहा: तुम जानते हो मुमताज महल शाहजहाँ की सात बीबियो में से एक थी ?
 
राजा: क्या बोल रहे हो भाई सात बीबीया थी शाहजहाँ की!
 
हाँ और मुमताज चौथी बीबी थी लोग कहते है शाहजहाँ अपनी बेगम मुमताज़ को बहुत प्यार करते थे उसी की याद में उन्होंने ताजमहल बनवाया। लेकिन ये सारी बाते सही नहीं है अगर विश्वास न हो तो चलो डायरेक्ट शाहजहाँ से बात कर लेते है और तुम्हारे और मेरे मन में जो भूचाल आया है उसका जवाब भी हम पा जायेंगे। मैंने फ़ौरन शाहजहाँ को वी चाट (WrChat) के नेटवर्क पर लिया। 
 

सलाम वाले कुम शाहजहाँ मिया!
 
शाहजहाँ: वाले कुम सलाम!
 
मैं राजेश और राजा भाई धारावी वाले आगरा से बोल रहा हूँ हम ताजमहल के सामने है, शुभान अल्लाह क्या बनवाया है आपने! सारी दुनिया जानती है यह आपके और आपकी बेगम मुमताज के प्यार की निशानी है।
 
शाहजहाँ : सही फरमाया है आपने।
 
लेकिन मैंने पढ़ा है आपकी सात बेगमे थी और मुमताज आपकी चोथी बेगम थी।
 
शाहजहाँ : जी दुरुस्त है।
 
तो क्या आप अपनी बाकी के बेगमो से प्यार नहीं करते थे?
 
शाहजहाँ: जी उनसे भी करता था लेकिन मुमताज से मैं ज्यादा प्यार करता था।
 
राजा : यानी मुमताज तेरी सबसे छाबी आइटम थी भिडू! 
 
शाहजहाँ : यह कौन नामाकुल बोल रहा है?
 
मियाँ आप परेशान न हो ये मेरा दोस्त है और इसकी माशुका इसे छोड़ कर चली गयी है इसलिए यह ऐसी बाते कर रहा है ।तो फिर आपने मुमताज के बाद और तीन शादिया क्यों की?
 
शाहजहाँ: वो तो हमारा कभी कभी मुमताज से झगड़ा हो जाता तो वो कहती आप बुढे हो गए हो मेरे अलावा आपसे और कौन शादी करेगा तो मैंने भी यह साबित करने के लिए कि मैं अभी भी जवान हूँ मैंने वो शादिया की।
 
तीन बार आपने सिर्फ यह साबित करने के लिए की आप जवान है आपने शादिया की जबकि आपका झगड़ा  कई बार हुआ होगा ?
 
शाहजहाँ: नहीं झगडा तो कई बार हुआ पर तीन बार उसने मुझे बुढा कहा था!
 
मैंने तो सूना है की आपने मुमताज से निकाह करने के लिए उसके शौहर का कत्ल करा दिया था।
 
शाहजहाँ: जी आपने बिलकुल दुरुस्त सुना है।
 
और आपकी बेगम जब अपने चोहदवे संतान को जन्म दे रही थी तब उनका इंतकाल हुआ ?
 
शाहजहाँ: बिलकुल सच है और उन्हें यह साबित करने के लिए कि मैं जवान हु मैंने इतने बच्चे पैदा किये।
 
अगर आपका प्यार इतना सच्चा था तो मुमताज के इंतकाल के बाद आपने उसकी बहन से निकाह क्यों किया?
 
शाहजहाँ: देखिये ये तो सभी जानते है साली आधी घरवाली होती है और मुमताज के जाने के बाद मैं उसकी बहन में मुमताज़ का ही अक्स देखता था सो मैंने उससे निकाह कर लिया।
 
अच्छा कहते है ताजमहल आपने नहीं बनवाया है वो पहले एक मदिर था।
 
शाहजहाँ: ऐसा किस कमबख्त ने कहा है ?
 
जी एक इतिहासकार है श्री मान प्रोफेसर पी एन ओक(Prof P.N. Oak) साहब जिन्होंने "ताजमहल" नामक अपनी किताब में लिखा है कि ताजमहल कोई मकबरा नहीं बल्कि शिव मंदिर है जिसे "तेजो महाल्या" के नाम से जाना जाता था जिसे जयपुर के राजा जयसिंह से आपने लिया था यह जानकारी आपंके "बादशाहनामा" में आपने दिया है की जयपुर के जयसिंह से आपने एक बेहद खुबसूरत महल लिया है अपनी बेगम मुमताज़ को दफनाने के लिए!

शाहजहाँ: तो आपने सच्चाई पकड ही लिया !! मैं भी क्या करू मैंने कभी नहीं कहा कि ताजमहल मैंने बनवाया है। लेकिन लोगो ने मेरे और मुमताज के प्यार को इतना हाइप(Hype) किया कि मैं खुद परेशान हूँ। अरे लोगो को भी समझाना चाहिए मेरी सात बीबीया थी अगर मुमताज़ मेरी पाक मोहब्बत थी तो बाकि छ बीबीया क्या मैंने आचार डालने के लिए बनायीं थी? मेरी इन्ही हरकतो से तंग आ कर औरन्ज़ेब ने मुझे नज़रबंद कर दिया ताकि मैं और निकाह न कर सकू और औलाद पैदा कर उसके लिए मुसीबत खड़ी कर दू।
 
दुनिया के सारे आशिक आप से नाराज़ है ये देखिये मज़नू मिया भी लाइन में आ चुके है और आपसे कुछ कहना चाहते है।

मज़नू:  मियाँ शाहजहाँ हम आपसे खासे खफा है लोगो ने ताज को प्यार की निशानी बता कर हमारी प्यार को दो कौड़ी का कर दिया। मैं तो लैला के प्यार में पागल हो रेगिस्तान में भटकता रहा उसकी कोई कद्र नहो और मियाँ आप सात बीबीयो के साथ गुलछर्रे उडा कर भी अपनी पाक प्यार के लिए मशहूर है ये तो नाइंसाफी है!

राजा : हाँ भिडू तू ठीक बोल रेला है अपुन तेरे साथ है
 
शाहजहाँ: देखिये मियाँ मैंने सात शादीया इसलिये की ताकि हम अपने आबादी को बढा सके क्योंकि हिन्दुस्तान में तो हम बाहर से आये थे और अपनी जमात हमें यही बसानी थी। 

तभी हमारे साथ लालू जी भी जुड गए : बक श्वशुर का नाती, इ ठीक बात नहीं है। आबादी बढ़ाने के लिए सात शादीया करना इ तो बुड़बक लोग का काम है! अब हमें देखिये हमारी नौ ओलादे है उ भी सिर्फ एक राबरी से हम मज़नू को सपोर्ट देते है उहे सच्चा आशिक है।

मज़नू" शुक्रिया मियाँ लालू!
 
लालू : बक बुडबक, हम बिहारी है और हिन्दु ग्वाला है। वही जो जात के भगवान श्री कृष्ण थे, मियाँ नहीं है हम। 
 
तभी एक और आवाज़ आई : लालूजी आप सांप्रदायिक है। 
 
लालू : इ कौन बुरबकई बतिया रहा है?

सोनिया : मैं सोनिया माइनो माफ़ कीजियेगा गांधी बोल रही हूँ।
 
लालू : कोई बात नहीं आप खुद को सोनिया माइनो भी बोल सकती है अब तो सब को आपका सच्चाई का पता चलइये गया है।भला हो सुब्रमनियम स्वामी का जो उ आप सबका कच्चा चिटठा खोल दिए है।
 
सोनिया : आप अपने ब्यान से लोगो को भटका रहे है. 
 
लालू: देश को भटकाने से अच्छा है हम लोगों को ही भटकाये      

मैंने देखा हमारी बातचीत ताजमहल से हट कर राजनितिक होती जा रही है यो मैंने टोका : माफ कीजिये सोनिया जी और लालूजी आपलोगों ने हम लोगों से बाते की इसका धन्यवाद अगर आप इसी तरह और लोगों से मजेदार तरीके से बात करना और सन्देश भेजना चाहते है तो आप भी वी चाट नेटवर्क से जुड जाए। इसकी और अधिक जानकारी पाने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे http://www.youtube.com/user/WeChatIndia?feature=chclk

लालू और सोनिया : धन्यवाद राजेश।
 
राजा : थैंक यू भिडू इतना सारा जानकारी देने के लिए। अपना तो भेजा ही काम करना बंद दियेला है बाय!
 
By Rajesh Shaw
This Article is written for  "WeChat with Anyone, Anywhere!"  for Indiblogger 

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